सौर ऊर्जा बना आत्मनिर्भरता का प्रतीक, जागरूकता अभियानों से गाँव-गाँव तक पहुँच रही योजना


-प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना से बिजली बिल का बोझ हुआ कम
-केंद्र-राज्य सरकार की सब्सिडी और आसान ऋण सुविधा से मिल रही राहत

रायपुर/कृषि लाभ।  छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना लोगों के लिए ऊर्जा आत्मनिर्भरता का सशक्त माध्यम बन रही है। इस योजना के तहत घरों की छत पर सब्सिडी पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं, जिससे न केवल मासिक बिजली बिल में भारी कमी आ रही है बल्कि लोग अतिरिक्त बिजली बेचकर आय अर्जित करने का मार्ग भी खोल रहे हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रोहित गुप्ता ने इस योजना का लाभ लेकर 3 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट अपने घर पर स्थापित किया। केंद्र सरकार से 78 हजार और राज्य सरकार से 30 हजार रुपये की सब्सिडी मिलने से यह व्यवस्था उनके लिए किफायती साबित हुई। गुप्ता ने बताया कि अब उनका बिजली बिल लगभग समाप्त हो गया है और जल्द ही वे अतिरिक्त बिजली को विभाग को बेचकर आय अर्जित करने की तैयारी कर रहे हैं।


शासन द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों के कारण प्रदेश के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोग तेजी से इस योजना से जुड़ रहे हैं। अब तक हजारों घरों में सोलर सिस्टम लगाए जा चुके हैं, जिससे बिजली बचत के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिल रहा है। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना का उद्देश्य हर घर को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा से जोडऩा है। केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त पहल, आसान किस्तों में बैंक फाइनेंस और व्यापक जनजागरूकता के कारण यह योजना छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्रांति का मार्ग प्रशस्त कर रही है।

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