अरहर के मुकाबले दालें ज़्यादा कीमत पर बिक रही हैं; मार्केट में डिमांड बढऩे से कीमतें बढ़ी हैं


नागपुर। अरहर की फलियां गांव के इलाकों से शहर की सब्जी मंडी और साप्ताहिक बाजारों में आ गई हैं। शहर में रहने वालों के बीच ये काफी पॉपुलर हो रही हैं। अरहर की फलियां बाजार में 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रही हैं। पिछले कुछ दिनों में अरहर की फलियों के दाम बढ़ गए हैं। जिले के गांव के इलाकों के खेतों में हर जगह अरहर की फसल लहलहा रही है, और फलियां बीजों से भरी हुई हैं। अरहर की फलियों से कई तरह की सब्जियां बनाई जाती हैं। गांव के इलाकों में हर घर में अरहर सोल भाजी का त्योहार शुरू हो गया है। इस मौसमी सब्जी का स्वाद लोगों को अपनी ओर खींचता है। अरहर दाल की तरह, अरहर की फलियां भी खानदेश के खाने में उतनी ही पॉपुलर हैं।


खेतों में हल्दी खिली है, मार्केट में भी डिमांड बढ़ी है


-जामनेर तालुका के कई गांवों में किसानों ने तुअर बोई है। अभी इन तुअर में फलियां निकल आई हैं और बीज भरे हुए हैं।

-चूंकि तुअर की फलियां स्वादिष्ट होती हैं, इसलिए इन ठंड के दिनों में खाने के शौकीनों में इनकी डिमांड है। इस वजह से खेतों में तुअर खिल गई है। इसके साथ ही मार्केट में भी इसकी डिमांड काफी बढ़ गई है।

- तुअर के बीजों से कई तरह की तीखी, मीठी और मसालेदार डिश बनती हैं। खाने के शौकीनों का कहना है कि इस तीखी और स्वादिष्ट सब्जी को रोटी के साथ खाने से एक अलग तरह का सुकून मिलता है।


विटामिन और मिनरल का सोर्स

-भारत समेत कई दूसरे देशों में तुअर के बीज, तुअर के बीज, तुअर के पत्ते, छाल और जड़ों का इस्तेमाल दवाइयां, जानवरों का चारा और दूसरी ज़रूरी चीज़ें बनाने में किया जाता है।

-तुअर के बीज मैग्नीशियम, फास्फोरस, कैल्शियम और पोटैशियम का बहुत अच्छा सोर्स हैं। इस चीज़ में मौजूद फोलेट एनीमिया को ठीक करने में मदद करता है।

-अरहर इम्यूनिटी बढ़ाने और दिल की सेहत बनाए रखने के लिए भी फायदेमंद है।


अरहर एक है, सब्जियां अनेक


अरहर की फलियों के बीज निकालकर कई तरह से सब्जियां बनाई जाती हैं। अगर सब्जी के अलावा बीज बच जाएं, तो उनसे वड़े बनाकर सुखाए जाते हैं। फलियों को पानी में उबालकर और नमक लगाकर भी मजे से खाया जाता है।

Post a Comment

Previous Post Next Post